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Benefits of Mango (आम) in Hindi

भारत में भरपूर मात्रा में पाया जाने वाला आम जितना दिखने में सुंदर होता है, उतना ही इस आम के फायदे भी होते हैं। क्या आपने कभी ये सोचा है कि आम को ही फलों का राजा क्यों कहा जाता है जबकि फल तो सभी स्वास्थ्यवर्धक होते हैं? दरअसल, भारतीय आम अपने स्वाद के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। हमारे देश में मुख्य रूप से 12 किस्म के आम पाए जाते हैं। आम का उपयोग केवल फल के तौर पर नहीं बल्कि सब्जी, चटनी, पना, जूस, कैंडी, अचार, शेक, खटाई, आम पापड़ और बहुत सी खानेपीने की चीजों का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। करियर गुरु के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आम कच्चा हो या मीठा आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।

आमक्या है? –

फलों का राजा आम लगभग हर जगह मशहूर है। कहते हैं मीठी बोली और मीठा व्यवहार हर किसी का दिल जीत लेता है, वैसे ही आम की मीठी खुशबू और मिठास इसे फलों के राजा की उपाधि देता है। आइए जानते हैं आम से जुड़ी कुछ रोचक बातें

 दुनिया भर में अन्य फलों की तुलना में आम सबसे ज्यादा खाया जाता है।

 आम का स्वाद ही नहीं, बल्कि इसका नाम भी बहुत मायने रखता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आम के हर नाम के पीछे यह कहानी छुपी है।

 कच्चे आम में विटामिनसी की मात्रा अधिक होती है वही पके हुए आम में विटामिन की मात्रा अधिक होती है।

 संस्कृत में आम को आम्रः कहते हैं और वैज्ञानिक नाम मेंगीफेरा इंडिका है।

 आम उत्पादन के मामले में भारत सबसे पहले नंबर पर है।

 अल्फांसो (Alphonso) सबसे चर्चित और महंगे आंखों में से एक है। अल्फांसो की खेती मुख्य रूप से भारत के पश्चिमी भाग में की जाती है जिसमें रत्नागिरी, रायगढ़ और भारत का कोंकण क्षेत्र शामिल है।

 आम को भारत का राष्ट्रीय फल कहा गया है। आम सिर्फ भारत का ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान और फिलीपींस का भी राष्ट्रीय फल है।

 आम का पेड़ बांग्लादेश का राष्ट्रीय पेड़ है।

 दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय मैंगो फेस्टिवल का आयोजन होता है, जिसमें आम की कई किस्मों की प्रदर्शनी लगती है और आम खाने की कई तरह की प्रतियोगिताएं भी होती हैं।

 आम कई रंगों में आते हैं, जैसेलाल, हरा, पीला आदि। इतना ही नहीं, आम अलगअलग आकार के भी होते हैं।

 अगर सबसे वजनदार आम की बात करें, तो इसमें सहारनपुर केहाथीझूलआम का नाम आता है। इस एक आम का वजन लगभग 3 से 4 किलो तक हो सकता है।

 आम को खाते वक्त सावधानी बरतनी भी जरूरी है क्योंकि आम की प्रजातियों में कीड़े जल्दी लग सकते हैं, इसलिए जब भी आम खाए उसे पहले काटकर देख ले।

 आपको जानकर हैरानी होगी कि आम के साथसाथ आम के पत्ते और छिलके भी फायदेमंद होते हैं। आम के पत्तों को सिर्फ पूजा में बल्कि घर के द्वार में लगाने के लिए भी उपयोग किया जाता है।

 लोगों का ऐसा मानना है कि भगवान बुद्ध आम के पेड़ के नीचे ही बैठकर ध्यान किया करते थे।

 आम खरीदने के समय उसके रंग पर जाएं, यह जरूरी नहीं कि पीला या लाल आम पका हुआ ही हो।

क्या आपकी सेहत के लिएआमअच्छा हैं? –

एक ऑस्ट्रेलियाई अध्ययन में आम को स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माना गया है, क्योंकि आम में कुछ बायोएक्टिव यौगिक होते हैं, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। एक रिपोर्ट के आधार पर आम में beta-carotene की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर को कई बीमारियों से बचाने में कारगर है। आम में लगभग 20 विभिन्न खनिज और विटामिन होते हैं, जो इस फल को सबसे अधिक पोषक तत्व युक्त फलों में से एक बनाता है। आम कई बीमारियां जैसेसूजन, कैंसर और हृदय संबंधी समस्याओं से बचाता है। यही कारण है कि आम के कई गुण है।

आमके प्रकार

वैसे तो दुनिया भर में आम की 400 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं। हम आपको आम की सबसे प्रसिद्ध प्रजातियों के बारे में बता रहे हैं

अल्फांसो महाराष्ट्र के रत्नागिरी में उत्पन्न होता है।

हिमसागर पश्चिम बंगाल में उत्पन्न होने वाला आम।

बंगनपल्ली आंध्रप्रदेश में उत्पन्न होने वाला आम।

दशहरी लखनऊ और मलिहाबाद में होने वाला आम।

बादामी कर्नाटक में उत्पन्न होने वाला आम। इसे कर्नाटक का अल्फांसो भी कहा जाता है।

केसर गुजरात के सौराष्ट्र में उत्पन्न होने वाला आम।

तोतापुरी आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में उत्पन्न होने वाला आम।

लंगड़ा वाराणसी, उत्तर प्रदेश में उगाया जाने वाला आम।

मांकुराद यह आम गोवा में पाया जाता है।

मालदा इसकी खेती पश्चिम बंगाल, बिहार में होती है।

जर्दालू यह भी बिहार में पाया जाने वाला आम है।

नीलम यह आम हैदराबाद में पाया जाता है।

आमके फायदे

1. रोग प्रतिरोधक शक्ति के लिए अगर शरीर को स्वस्थ रखना है, तो रोग प्रतिरोधक क्षमता का अच्छा होना बहुत जरूरी है। अगर ऐसा नहीं है, तो मौसम बदलने से या धूलमिट्टी के कारण आसानी से शरीर संक्रमण का शिकार हो सकता है। इसलिए आम को अपनी डाइट में शामिल कर आप अपनी रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ा सकते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में विटामिनसी काफी मदद करता है और आम विटामिनसी से भरपूर है। एक अध्ययन के अनुसार, विटामिनसी एलर्जी की समस्या को कम करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। इसलिए आम का सेवन सिर्फ स्वाद के लिए, बल्कि अपनी सही सेहत के लिए भी करें।

2. कैंसर से बचाव के लिए लोगों की खराब जीवनशैली की वजह से प्रतिदिन कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। इसलिए खानेपीने का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। खाने की बात करें तो आम कैंसर जैसी घातक बीमारी का खतरा कम कर सकता है। आम के गूदे में एस्कॉर्बिक एसिड, कैरोटीनॉयड, टेरपेनोइड्स और पॉलिफिनॉल्स होते हैं। यह सभी खूबियों के कारण आम में कैंसर के खतरे को कम रने का गुण होता है। 2015 के एक अध्ययन में पाया गया कि आम के पॉलिफिनॉल्स स्तन कैंसर को दबा देते हैं। आम में मौजूद पॉलिफिनॉल्स यौगिकों में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इन यौगिकों में एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण भी होता है।

3. आंखों के लिए शरीर के अन्य अंगों की तरह आंखों का ध्यान रखना भी आवश्यक है। उम्र के साथ आंखों की रोशनी कम होना सामान्य है, लेकिन कम उम्र में ही ऐसा हो, तो इसका मतलब यह है कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी होना। खासकर विटामिन की कमी का असर आंखों की रोशनी पर पड़ता है। ऐसे में आम का सेवन आंखों को स्वस्थ रख सकता है, क्योंकि आम में विटामिन मौजूद होता है। इसके अलावा, मानव आंख के दो प्रमुख कैरोटीनॉयड हैल्यूटिन और जियाजैंथिन। आम को जियाजैंथिन का समृद्ध स्त्रोत माना गया है, यह आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह उम्र के साथ आंखों की रोशनी को कमजोर होने से बचाता है।

4. वजन कम करने के लिए आजकल मोटापा या वजन बढ़ना हर दूसरे व्यक्ति की परेशानी है। ऐसे में अगर व्यायाम योग के साथ सही डाइट पर ध्यान दिया जाए, तो इससे छुटकारा मिल सकता है। वजन घटाने के लिए आप अपनी डाइट में आम को शामिल कर सकते हैं। आम में फाइबर होता है, जो वजन घटाने में काफी मदद करता है। एक अध्ययन में यह साबित हुआ है कि फलों और सब्जियों में मिलने वाले डाइटरी फाइबर के सेवन से वजन घटाने में काफी सहायता हो सकती है। इसलिए आप अपने आहार में आम को शामिल कर सकते हैं।

5. किडनी स्टोन के लिए गुर्दे की पथरी यानी किडनी स्टोन से बचने के लिए भी आम का सेवन काफी लाभदायक हो सकता है। आम विटामिनबी6 से भरपूर होता है। एक अध्ययन के अनुसार विटामिनबी6, ऑक्सालेट पथरी को कम कर सकता है। ऐसे में किडनी स्टोन से बचाव के लिए आम का सेवन कर सकते हैं।

6. थायराइड के लिए थायराइड की समस्या को ठीक करने के लिए भी आम का सेवन किया जा सकता है। दरअसल, आम, खरबूजा और तरबूज के छिलके के मिश्रण के सेवन से थायराइड हार्मोन संतुलित होते हैं और थायराइड की समस्या से कुछ हद तक राहत मिल सकती है। आपको इन तीनों छिलकों के मिश्रण का पाउडर बाजार में सप्लीमेंट के तौर पर मिल सकता है।

7. लीवर के लिए पेट से जुड़ी समस्याओं में लीवर की परेशानी भी हो सकती है। ऐसे में खानेपीने का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। इस स्थिति में डॉक्टर से बात करके आप आम को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। आम में हेपाटोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जिस कारण यह लीवर को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

8. त्वचा के लिए इस भागदौड़ भरी जिंदगी में शरीर के साथसाथ त्वचा का ध्यान रखना भी जरूरी है। हालांकि, प्रदूषण की वजह से त्वचा अपनी चमक खोने लगती है। इस स्थिति में फलों का सेवन खासकर आम का सेवन लाभकारी हो सकता है। आम में भरपूर मात्रा में
beta-carotene
पाया जाता है। एक अध्ययन के अनुसार कैरोटीनॉयड त्वचा को स्वस्थ बनाने में मदद करता है। इसके अलावा आम में मौजूद पॉलीफेनॉल एंटीकैंसर गतिविधि को प्रदर्शित करते हैं, जो त्वचा के कैंसर को रोक सकते हैं। साथ ही आम में मौजूद विटामिन त्वचा को स्वस्थ बनाता है और झुर्रियों के शुरुआती लक्षणों को कम करता है। इसलिए अगर आपको त्वचा में निखार लाना है और चमक को बरकरार रखना है तो गर्मियों में आम का सेवन अवश्य करें।

9. बालों के लिए त्वचा के साथसाथ बालों की खूबसूरती भी जरूरी है। बाल अगर लंबे हो, लेकिन स्वस्थ हो, तो कोई फायदा नहीं है। बालों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सिर्फ शैंपू, कंडीशनर और तेल ही नहीं, बल्कि सही डाइट भी जरूरी है। बालों को खूबसूरत और चमकदार बनाए रखने के लिए आप आम का सेवन कर सकते हैं। आम में प्रचुर मात्रा में विटामिनसी पाया जाता है, जो कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देता है और बालों को स्वस्थ बनाने में मदद करता है।

आमका उपयोग

अगर बात करें आम के उपयोग की, तो आम का उपयोग कई तरह से किया जा सकता है। लू से बचने के लिए कच्चे आम का पना बनाकर उसका सेवन किया जा सकता है। आइए जानते हैं, आम पना बनाने की विधि

सामग्री :

 एक या दो छोटे कच्चे आम

 काला नमक

 चीनी

 भुना हुआ जीरा या जीरा पाउडर

 काली मिर्च

बनाने की विधि :

 आम पन्ना बनाने के लिए कच्चे आम को अच्छी तरह धोकर उबाल लें।

 फिर इसे ठंडा होने दें और जब यह ठंडा हो जाए, तो उसके छिलके को निकाल दें।

 अब इसमें जीरा पाउडर, काली मिर्च और काला नमक स्वादानुसार मिलाएं।

 फिर इसमें आवश्यकतानुसार ठंडा पानी मिलाकर सेवन करें।

• पके हुए आम को धोकर उसका सेवन कर सकते हैं।

 आम का मिल्कशेक, जूस या स्मूदी बनाकर पी सकते हैं।

 आम की आइसक्रीम बनाकर भी खा सकते हैं।

 आम के जैम, केक अचार का भी सेवन कर सकते हैं।

 इसके अलावा, खाने में आमचूर पाउडर का भी सेवन किया जा सकता है।

 आप चाहें तो कच्चे आम की सब्जी और चटनी भी बनाकर सेवन कर सकते हैं।

आमके नुकसान

फायदे और नुकसान हर चीज के होते हैं। उसी प्रकार आम के अगर फायदे हैं, तो उसके अधिक उपयोग से कुछ नुकसान भी हैं। इसलिए, नीचे हम आपको आम के कुछ नुकसान बता रहे हैं उन पर ध्यान दें

 ज्यादा कच्चे आम खाने से गैस या पेट दर्द की समस्या हो सकती है।

 आम के अधिक सेवन से शरीर में गर्मी बढ़ सकती है।

 आम के अधिक सेवन से पेट खराब और उल्टी की परेशानी भी हो सकती है।

 संवेदनशील स्वास्थ्य वाले लोगों को इसके सेवन से एलर्जी या गले में खराश की समस्या हो सकती है। गले में खराश तब होती है, जब आम के ऊपरी हिस्से को ठीक से साफ नहीं किया जाता या काटते वक्त उसका दूध नहीं निकाला जाता है। इससे खुजली या सूजन की समस्या भी हो सकती है।

 जिनको गठिया की समस्या है, वो आम का सेवन डॉक्टर से पूछकर करें।

 गर्भवती महिलाएं, खासतौर पर जिन्हें गर्भकालीन मधुमेह है, वे आम का सेवन डॉक्टर की सलाह लेकर ही करें।

 जरूरत से ज्यादा आम के सेवन से वजन और डायबिटीज दोनों बढ़ सकते हैं।

 कच्चा आम खाने के बाद भूलकर भी दूध पिएं। आयुर्वेद के अनुसार यह कॉम्बिनेशन सही नहीं है।

 केमिकल से पके आम को खाने से नुकसान हो सकता है।

आम के नुकसानों से आपको डरने की जरूरत नहीं है। आम एक शाही फल है और इस शाही फल का अगर सही तरीके से उपयोग होता है, तो यह गुणों का खजाना है। ऊपर आपने आम के फायदे पढ़ें, तो इन फायदों को ध्यान में रखकर संतुलित मात्रा में आम का सेवन करें।

 

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