फ्लाइट AI‑171—a Boeing 787‑8 Dreamliner—गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन (गैटविक) के लिए उड़ान भरी थी। बोर्डिंग लिस्ट में कुल 242 लोग (230 यात्री + 12 क्रू) शामिल थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिट्स, 7 पुर्तगाल, और 1 कनाडाई थे।
फ्लाइट ने दोपहर में टेकऑफ किया लेकिन लगभग 650 फीट (≈200 मीटर) उचाई पर खराबी के चलते विमान अचानक नीचे गिर गया और आबादी वाले मेघानी नगर क्षेत्र में, एक मेडिकल कॉलेज हॉस्टल और आसपास बिल्डिंगों में टकरा गया।
विमान में सवार 242 में से 241 की मौत हो गई। इसके अलावा जमीन पर 5 मेडिकल छात्र समेत कई लोग भी मारे गए और कुल 270–275 से ज़्यादा मौतें दर्ज की गई हैं।
एकमात्र जीवित यात्री ब्रिटिश–भारतीय वंश के Viswash Kumar Ramesh हैं, जो गंभीर लेकिन स्थिर हालत में अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
क्रैश साइट से दोनों ब्लैक बॉक्स (flight data और cockpit voice recorders) में से कम से कम एक बरामद हो चुका है, जिसमें से डाटा को एनालिसिस के लिए भेजा जा रहा है।
प्रारंभिक जांच फ्लैप या लैंडिंग गियर की गलत कॉन्फ़िगरेशन या समय से पहले इन्हें रिट्रैक्ट करने की ओर संकेत कर रही है कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि इंजन फेल होने जैसी घटनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है लेकिन अभी तक स्पष्ट संकेत नहीं मिले।
गृह सचिव के नेतृत्व में उच्चस्तरीय बहु‑विषयक जांच कमेटी बनाई गई है, जो तीन महीने के अंदर अंतिम रिपोर्ट सौंपेगी। जांच में DGCA, AAIB, और अमेरिकी एवं ब्रिटिश एजेंसियाँ सहयोग कर रही हैं।
अहमदाबाद का यह हादसा भारत की वायु यात्रा में दशकों का सबसे भयानक दुर्घटना है—पहली Boeing 787 फ़्लाइट जिसमें फेटलिटी हुई। सतही कारण फ्लैप/गियर नियंत्रण की त्रुटि और इंजन से संबंधित हो सकते हैं, लेकिन अंतिम रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा। उस तक इंतज़ार है।