प्रत्येक 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरे विश्व में में मनाया जाता है।
21 जून 2015 को प्रथम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। इस अवसर पर 192 से भी ज्यादा देशों में इसका आयोजन हुआ था। सबसे पहले बात योग क्या है? वैसे तो अगर आप इंटरनेट पर सर्च करें तो योग की बहुत सारी परिभाषा मिल जाएगी हर कोई अपने हिसाब से योग को परिभाषित किया है पर हम बात करेंगें-
पतंजलि के अनुसार योग के परिभाषा की– पतंजलि के अनुसार योगश्चित्तवृतिनिरोधः अर्थात चित्त की वृत्तियों का निरोध ही योग है जो हमारे जीवन से जुड़े भौतिक, मानसिक, आध्यात्मिक और भावनात्मक आदि पहलुओं पर काम करता है। रोजमर्रा के कार्य में हम सभी को किसी ना किसी बात का तनाव हर रोज होता है, योग इसका इलाज तुरंत तो नहीं लेकिन योग का प्रतिदिन अभ्यास करने से इसे कम अवश्य किया जा सकता है। अगर हम बात करें योग के इतिहास की तो योग का इतिहास 10000 साल से भी अधिक पुराना है योग का उल्लेख भगवत गीता में भी मिलता है मुख्य रूप से युग के चार प्रकार है:-
योग का पहला प्रकार है राज योग– इस योग के आठ अंग है इसी कारण से पतंजलि ने इसका नाम अष्टांग योग रखा है यह आठ अंग इस प्रकार हैं: यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि।
योग का दूसरा प्रकार है कर्म योग– कर्म योग का सिद्धांत यह है कि जो आज हम अनुभव करते हैं वह हमारे कार्यों द्वारा अतीत में बनाया गया है।
योग का तीसरा प्रकार है भक्ति योग– भक्ति योग भक्ति के मार्ग का वर्णन करता है। और
योग का चैथा प्रकार है ज्ञान योग– ज्ञान योग को सबसे ज्यादा कठिन माना जाता है इसमें गंभीर अध्ययन करना होता है और ये इन लोगों को आकर्षित करता है जो बौद्धिक रूप से इच्छुक है।
योग से शारीरिक और मानसिक दोनों ही उपचार संभव है। योग आप को संयमित जीवन जीना सिखाता है। अगर आप नित्य दिन योग का अभ्यास करें तो निश्चित रूप से पूरा दिन आपका अच्छा गुजरेगा और आपको काम में ज्यादा मन लगेगा। योग से अस्थमा, मधुमेह, गठिया, अपच और कई अन्य बीमारियों का भी सफल इलाज किया जा सकता है। अगर आप योग करते हैं या करना चाहते हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान जरूर रखनी चाहिए, जैसे– आपको योग किसी के निर्देशन में करना चाहिए जिससे कि आप योग करने में गलतियां ना करें, योग अगर आप खाली पेट करते हैं तो इसका लाभ आपको अत्यधिक मिलेगा, योग का अभ्यास हमेशा आप शांत और साफ-सुथरी जगह पर करें, हमेशा योग का अभ्यास सूर्योदय या सूर्यास्त के समय करें यह समय योग का अभ्यास के लिए सबसे ज्यादा उचित माना जाता है, योगाभ्यास करते वक्त आप जितना आरामदायक कपड़ा पहने उतना ज्यादा अच्छा होगा।
योग से ना केवल व्यक्ति का तनाव दूर होता है बल्कि मन और मस्तिष्क को भी शांति मिलती है। योग बहुत ही लाभकारी होता है। योग ना केवल हमारे दिमाग मस्तिष्क को ताकत पहुंचाता है बल्कि हमारी आत्मा को भी शुद्ध करता है। आज हमारे बहुत से लोग मोटापे से परेशान हैं उनके लिए योग बहुत ही फायदेमंद है। योग के बहुत फायदे है जिस वजह से आज योग विदेशियों में भी प्रसिद्ध है। तो अगर आप योगाभ्यास करते हैं तो बहुत ही अच्छी बात है और अगर आप नहीं करते हैं तो आज से योग का अभ्यास करें, निश्चित रूप से आपको बहुत सारा लाभ मिलेगा।